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Friday, 7 August 2015

Why Katappa Killed Bahubali / कटप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा ?? Bahubali - The Beginning - Part-2



कटप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा ? जहाँ देखो वहाँ यही सवाल गूँज रहा है। Social मीडिया पर भी बहस छिड़ी हुई है की आखिर सबसे वफादार गुलाम कटप्पा ने बाहुबली को क्यों मार डाला?

दरअसल इस फिल्म को जिसने भी देखा वो यही जानना चाहता है की आखिर क्यों कटप्पा ने बाहुबली को मार डाला ?
कई तरह की अफवायें भी फ़ैल रही है। तो चलो कुछ विश्लेषण हम भी कर लेते है।
अगर किसी ने फिल्म को शुरू से और ध्यान से देखा हो तो काफी कुछ समझ आ जायेगा की क्यों कटप्पा ने बाहुबली को मारा ।
चलिए पूरे मांजरे को समझने के लिए पहले कुछ पात्रो के बारे में एक बार जान लेते है।

१. एक छोटा सा बच्चा - जिसे बचाने के लिए एक औरत (सिवगामी) उसे लेके भाग रही थी।  उसका नाम शिवा रखा गया वो बाहुबली का बेटा था।
२. सिवगामी उस बच्चे को बचाना चाहती थी वो बल्लाल की माँ थी।
३. बाहुबली की पत्नी देवसेना, जिसे भल्लाल ने बंधी बना रखा था।
४. कटप्पा : एक वफादार गुलाम जो सिवगामी का हर कहना मानता था। 
५. पहाड़ की गुफा में रहने वाले कुछ योद्धा , बाहुबली के समर्थक थे जो बल्लाल के अत्याचारों से दूर हो कर वहाँ जा बसे थे। और अपनी महारानी देवसेना को मुक्त करवाना चाहते थे। 



अब हम चलते है ये जानने की कटप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा ?

दरअसल हुआ यूँ था की युद्ध में विजय मिलने के बाद जनता का मानस जानते हुए सिवगामी ने बाहुबली को राजा घोसित तो कर दिया पर वो बहुत ज्यादा खुस नहीं थी।  क्योकि आम जनता के सामने उसे बुरी नहीं बनना था अत: वो निर्णय लिया।  उसका अंदरुनी द्वेष तब और ज्यादा बढ़ गया जब देवसेना ( जिसे बल्लाल पसंद करता था) ने बाहुबली को पसंद किया और उससे शादी कर ली। 
तब बल्लाल की माँ यानि सिवगामी को भी लगा की इतना सबकुछ करने के बाद भी उसके पुत्र बल्लाल को ना तो सिंघासन मिला ना ही उसके पसंद की वधु मिलि। 
तब सिवगामी के मन में भी बाहुबली के प्रति नफ़रत बढ़ने लगी। 

तब सिवगामी ने अपने सबसे बहादुर एवं वफादार गुलाम कटप्पा को बाहुबली को मारने को कहा। 
चूँकि गुलाम का काम था आदेश का पालन करना अत: कटप्पा ने बाहुबली को मार दिया। और उसके पश्यात बल्लाल को महिष्मति का राजा बनाया गया।  राजा बनते ही भल्लल ने अपने जुल्मो से लोगो को त्राहि त्राहि करने पर मजबूर कर दिया।  यहाँ तक की उसने अपनी माँ सिवगामी का भी मान रखना बंद कर दिया और अपने पिता के साथ मिल कर जुल्म करना शुरू कर दिया।


ये सब देखते हुए कुछ ही समय पश्यात सिवगामी और कटप्पा को आत्मग्लानि का अनुभव होने लगा।  वो पस्च्याताप की अग्नि में जलने लगे की ये हमने क्या कर दिया ! 

जब बाहुबली मरा तो उसकी पत्नी को भी बल्लल बंधी बना लिया था और उस पर भी  अत्याचार करने लगा जो की पेट से थी।
जब बच्चे का जन्म हुआ तो बल्लाल ने उसे भी मार कर बाहुबली के पुरे वंश को नष्ट करने की ठान ली।  परन्तु आत्मग्लानि में जल रही सिवगामी ने पस्च्यताप स्वरुप उस बच्चे को बचाने की ठानी और उसे ले कर पहाड़ पर रह रहे बाहुबली के समर्थको की और दौड़ी।
लेकिन बल्लाल ने उसे मरने के लिए भी अपने सैनिक भेज दिए।


तब उसने जो किया वो तो आप सब ने देखा की उसने शिवा को बचाने के लिए उसे ऊपर अपने हाथ में उठा कर ऊपर की तरफ इशारा करते हुए कहा की मेरे पापो की सजा इस बच्चे को नहीं दे।  मेरे पापो के लिए सजा भी मुझे ही मिलनी चाहिए और ये कह कर उसने अपने प्राण दे दिए।



नियति की करनी देखिये की सही समय पर कुछ आदिवासियों ने बच्चे को बचा लिया और बड़ा हो कर वाही बना महिस्मती का सम्राट "बाहुबली". उसकी शक्ल भी अपने पिता से मिलती थी तो उसे पहचानने में कोई दुविधा नहीं हुई और ऊपर से उसका शौर्य और पराक्रम ही बता रहा था की वो कोई सम्राट ही हो सकता था।

अब किसी से ना पूछना की कटप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा।