Monday 8 April 2019

बीएसएनएल निकालेगी अपने 54000 कर्मचारियों को जल्द ।।


नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका हमारे चैनल टेकी राकी में और हम बात कर रहे हैं बीएसएनल से जुड़ी हुई खबरों की ।
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दोस्तों पिछले सप्ताह बीएसएनएल के कर्मचारियों ने दिल्ली में अपने ऑफिस से संचार भवन तक मार्च करके सरकार और कंपनी के द्वारा लिए जाने वाले निर्णयों का विरोध किया था और अल्टीमेटम दिया था कि उनके तीसरा वेतन संशोधन लागू किया जाए।
यह मार्च  तीन दिन का था ईसी बीच कुछ मीटिंग उच्च अधिकारियों के साथ में हुई जिसमें बताया गया कि जो भी बातें मीडिया में लाई जा रही है उसमें ज्यादा प्रतिक्रिया देने की जरूरत नहीं है। फिलहाल हालात बेहतर है। तनख्वाह समय पर मिल जाएगी और कंपनी बंद नहीं की जाएगी।
सरकार का रुख भी खुलकर सामने आया। सरकार इस बात पर अड़ी हुई है कि डी.ओ.टी. के समय के कर्मचारियों को जल्द से जल्द रवाना कर के घर भेज दिया जाए। क्योंकि उनका मानना है कि आज का समय डिजिटल का समय है ऐसे में पुराने व्यक्ति किसी काम के नहीं हैं और कंपनी की आमदनी में कोई योगदान नहीं दे रहे हैं।और अच्छी खासी सैलरी लेकर कंपनी के ऊपर बोझ बने हुए हैं ।
सरकार इसी मुद्दे पर  दृसंकल्पित है । पुराने कर्मचारियों को घर का रास्ता दिखाना चाहती है।
वही दूसरी ओर कर्मचारी संगठनों का कहना है कि। इस  कंपनी को उन्होंने अपने खून पसीने से खड़ा किया है तो उनके साथ ऐसा व्यवहार नहीं होना चाहिए।।
जी हां। वो सन 1950 से 1980 का दौर था तब दूरसंचार सेवाएं की शुरुआत हुई देश में।
बॉम्बे से हार्बर तक पहली टेलीफोन लाइन बिछी थी।
पोस्ट एंड टेलीग्राफ डिपार्टमेंट में से पोस्ट (India Post) और टेलीफोन (DoT) को अलग - अलग करके दो विभागों में बांटा गया।।
फिर डॉट (Dept. Of. Telecommunication) में से बीएसएनएल को एक नई कॉरपोरेट कंपनी (PSU) बना करके अक्टूबर 2000 में अलग कर दिया। जिसके पास खुद के नीति और नियम बनाने की पावर नहीं है। सारे नीति निर्धारण अधिकार DOT  के पास रह गए और सिर्फ ऑपरेशन के अधिकार बीएसएनएल को दिए गए ।।
सरकार का कहना है कि वर्क फोर्स कम होने के बाद में यंग टैलेंटेड एग्जिक्यूटिव्स आज के समय में बचे हुए कार्य के लिए प्रयाप्त है। आजकल ज्यादातर कार्य मोबाइल और इंटरनेट फील्ड का ही रह गया है । वायरलाइन बिजनेस तो लगभग ठप्प हो गया है। मोबाइल बिजनेस थोड़ा रिटर्न दे रहा है। कंपनी चाहती है मोटी पगार वाले व्यक्तियों को जो कि अब आज के समय में काम के लिए उपयुक्त नहीं है उनको घर भेज करके सस्ते में कॉन्ट्रैक्ट बेस पर डिप्लोमा और आई टी आई वाले लोगो को रखा जाए और उन से काम लिया जाए। सुपरविजन के लिए जे टी ओ, एस डी ई और डीई  केडर से लोग उपलब्ध है । बस यही रूपरेखा बनाई जा रही है । जल्द ही इस पर कार्रवाई शुरू हो जाएगी । यानी कि अगर इन खबरों की माने तोेेे बाकी कि जो खबरें आई थी कि बीएसएनल कर्मचारियों को विदा करना चाहती है तो वह खबर सच होगी। जिसके तहत रिटायरमेंट की आयु 60 वर्ष से घटाकर कर 58 साल कर दिया जाएगा । इसके तहत कंपनी से 36 हजार लोग बाहर हो जाएंगे और बाकी लोगों को वीआरएस का लालच देकर उन्हें भी घर भेज दिया जाएगा । कंपनी का मानना है कि ऐसा करने से ना केवल सैलरी का भार कम होगा बल्कि नए कर्मचारी और टेंडर पर लिए जाने वाले कर्मचारी ज्यादा अच्छे से काम करेंगे और ज्यादा आउटपुट देंगे । तो दोस्तों यह थी पिछले सप्ताह की खबरें जो संडे तक  हुई मीटिंग में से निकल कर के आई है और आज सोमवार को यह खबर हमने आप तक पहुंचा दी है । दोस्तों अगर आपको यह खबर पसंद आई है तो अपने साथियों के साथ शेयर करें और हमारा चैनल सब्सक्राइब जरूर करें।  आने वाले वीडियो की नोटिफिकेशन आप तक पहुंच सके उसके लिए नोटिफिकेशन बैल जरूर दबाएं । शुक्रिया । धन्यवाद । मिलते हैं अगले वीडियो में । तब तक स्वस्थ रहिए । मस्त रहिए । और देखते रहिए टेकी रॉकी।

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