Wednesday, 10 April 2019

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Mock Tests Sets / Descriptive Sets

Products Name                                                                                       Details.     Type.     Prices
MCQ Test eBook for AAI, BSNL, TCIL and Network questions (MCQ)     | eBook    |  Digital |  29.00





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Monday, 8 April 2019

बीएसएनएल निकालेगी अपने 54000 कर्मचारियों को जल्द ।।


नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका हमारे चैनल टेकी राकी में और हम बात कर रहे हैं बीएसएनल से जुड़ी हुई खबरों की ।
इस खबर को यूट्यूब पर देखने के लिए नीचे लिंक पर क्लिक करें! YouTube Video Link
दोस्तों पिछले सप्ताह बीएसएनएल के कर्मचारियों ने दिल्ली में अपने ऑफिस से संचार भवन तक मार्च करके सरकार और कंपनी के द्वारा लिए जाने वाले निर्णयों का विरोध किया था और अल्टीमेटम दिया था कि उनके तीसरा वेतन संशोधन लागू किया जाए।
यह मार्च  तीन दिन का था ईसी बीच कुछ मीटिंग उच्च अधिकारियों के साथ में हुई जिसमें बताया गया कि जो भी बातें मीडिया में लाई जा रही है उसमें ज्यादा प्रतिक्रिया देने की जरूरत नहीं है। फिलहाल हालात बेहतर है। तनख्वाह समय पर मिल जाएगी और कंपनी बंद नहीं की जाएगी।
सरकार का रुख भी खुलकर सामने आया। सरकार इस बात पर अड़ी हुई है कि डी.ओ.टी. के समय के कर्मचारियों को जल्द से जल्द रवाना कर के घर भेज दिया जाए। क्योंकि उनका मानना है कि आज का समय डिजिटल का समय है ऐसे में पुराने व्यक्ति किसी काम के नहीं हैं और कंपनी की आमदनी में कोई योगदान नहीं दे रहे हैं।और अच्छी खासी सैलरी लेकर कंपनी के ऊपर बोझ बने हुए हैं ।
सरकार इसी मुद्दे पर  दृसंकल्पित है । पुराने कर्मचारियों को घर का रास्ता दिखाना चाहती है।
वही दूसरी ओर कर्मचारी संगठनों का कहना है कि। इस  कंपनी को उन्होंने अपने खून पसीने से खड़ा किया है तो उनके साथ ऐसा व्यवहार नहीं होना चाहिए।।
जी हां। वो सन 1950 से 1980 का दौर था तब दूरसंचार सेवाएं की शुरुआत हुई देश में।
बॉम्बे से हार्बर तक पहली टेलीफोन लाइन बिछी थी।
पोस्ट एंड टेलीग्राफ डिपार्टमेंट में से पोस्ट (India Post) और टेलीफोन (DoT) को अलग - अलग करके दो विभागों में बांटा गया।।
फिर डॉट (Dept. Of. Telecommunication) में से बीएसएनएल को एक नई कॉरपोरेट कंपनी (PSU) बना करके अक्टूबर 2000 में अलग कर दिया। जिसके पास खुद के नीति और नियम बनाने की पावर नहीं है। सारे नीति निर्धारण अधिकार DOT  के पास रह गए और सिर्फ ऑपरेशन के अधिकार बीएसएनएल को दिए गए ।।
सरकार का कहना है कि वर्क फोर्स कम होने के बाद में यंग टैलेंटेड एग्जिक्यूटिव्स आज के समय में बचे हुए कार्य के लिए प्रयाप्त है। आजकल ज्यादातर कार्य मोबाइल और इंटरनेट फील्ड का ही रह गया है । वायरलाइन बिजनेस तो लगभग ठप्प हो गया है। मोबाइल बिजनेस थोड़ा रिटर्न दे रहा है। कंपनी चाहती है मोटी पगार वाले व्यक्तियों को जो कि अब आज के समय में काम के लिए उपयुक्त नहीं है उनको घर भेज करके सस्ते में कॉन्ट्रैक्ट बेस पर डिप्लोमा और आई टी आई वाले लोगो को रखा जाए और उन से काम लिया जाए। सुपरविजन के लिए जे टी ओ, एस डी ई और डीई  केडर से लोग उपलब्ध है । बस यही रूपरेखा बनाई जा रही है । जल्द ही इस पर कार्रवाई शुरू हो जाएगी । यानी कि अगर इन खबरों की माने तोेेे बाकी कि जो खबरें आई थी कि बीएसएनल कर्मचारियों को विदा करना चाहती है तो वह खबर सच होगी। जिसके तहत रिटायरमेंट की आयु 60 वर्ष से घटाकर कर 58 साल कर दिया जाएगा । इसके तहत कंपनी से 36 हजार लोग बाहर हो जाएंगे और बाकी लोगों को वीआरएस का लालच देकर उन्हें भी घर भेज दिया जाएगा । कंपनी का मानना है कि ऐसा करने से ना केवल सैलरी का भार कम होगा बल्कि नए कर्मचारी और टेंडर पर लिए जाने वाले कर्मचारी ज्यादा अच्छे से काम करेंगे और ज्यादा आउटपुट देंगे । तो दोस्तों यह थी पिछले सप्ताह की खबरें जो संडे तक  हुई मीटिंग में से निकल कर के आई है और आज सोमवार को यह खबर हमने आप तक पहुंचा दी है । दोस्तों अगर आपको यह खबर पसंद आई है तो अपने साथियों के साथ शेयर करें और हमारा चैनल सब्सक्राइब जरूर करें।  आने वाले वीडियो की नोटिफिकेशन आप तक पहुंच सके उसके लिए नोटिफिकेशन बैल जरूर दबाएं । शुक्रिया । धन्यवाद । मिलते हैं अगले वीडियो में । तब तक स्वस्थ रहिए । मस्त रहिए । और देखते रहिए टेकी रॉकी।

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Sunday, 7 April 2019

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TechyRocky YouTuber

email: techyrocky.ytc@gmail.com

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1. Airport Authority Of India Interview 2019 

BSNL is not ready To Accept Defeat: Planing for 4G, Debt Reduction, VRS To Make A Comeback

State-run telecom operator BSNL has emphatically declared that they will not accept defeat, in these distress times.

A slew of measures have been announced, to tackle the current issues, and to ensure that the organization makes a grand comeback.

BSNL: We Will Not Accept Defeat


After reports emerged that BSNL will fire 31% of their workforce to cut costs, BSNL officials came out, and clarified the things.
As per latest reports coming in, no employee will be fired, and the retirememt age won’t be reduced. But rather, a lucrative VRS or Voluntary Retirement Scheme would be offered, to reduce some load from the workforce, and to save money.
This is only a part of the overall strategy to cut costs, and not the only way.
PMO has intervened in this matter, and things are being worked out.
An unnamed official said, “The government in close coordination with the BSNL Board is actively engaged in working out the voluntary retirement scheme (VRS) with attractive benefits,”

BSNL Chairman: No Employee Will Be Fired, No Change In Retirement Age

After news came in that BSNL will resort to termination of employees and will reduce retirement age to 58 years, there was a panic all around. BSNL has 1.7 lakh employees, and the average age of an employee is 50-55 years.
Refuting these reports, BSNL Chairman Anupam Shrivastava has declared that no employee will be fired, and there will be no change in the retirement age.

Tuesday, 2 April 2019

सोचो समझो और अपने और अपने बच्चो के भविष्य के लिए सवाल जवाब करना शुरू करो ।।

Let's talk about the present situation of the nation.
Need to think seriously this time..
की हालत  के ऊपर अगर किसी से बात की जाए तो कुछ लोग कहेंगे कि देश बदल रहा है, आगे बढ़ रहा है, वाह वाह हो रही चारो तरफ,
तो कुछ लोग कहेंगे कि रोजगार नहीं है, बेरोजगारों को नौकरी मिलना तो दूर की बात है अभी तो जिंके पास रोजगार है वो भी चिंता में है कि उनकी नौकरी कब तक बचेगी।
ऐसे  में अगर बात करे  कि कौन सही बोल रहा है और कौन गलत ।। तो बड़ा मुश्किल होगा समझ पाना। पर समझना तो होगा ।।
तो चलिए आपसे ही शुरू करते है क्या सही है और  गलत ??
आपका क्या कर्तव्य है और सरकार का क्या दायित्व है??
तो दोस्तो कुछ सेकंड्स  लिए आप  वीडियो को पोज करे और सोच कर बताए की आप क्या सोचते है ।।
क्या सिर्फ 1.5 Gb इंटरेनट डाटा पाने के लिए आप पढ़ाई कर रहे है। आपके माता पिता सिर्फ इस दिन के लिए आपको पढ़ा रहे है  आगे जाके इंटरनेट पे सारे दिन वीडियो देखने और चेट करने  का मौका मिलेगा ।
नहीं ना ।।।
क्या बदला लेने की भावना रखने वाले लोग ज्यादा सही है या फिर मिल जुल कर सभी धर्मो से प्रेम रखने वाले लोग सही है।।
क्या लोग सिर्फ अपना मतलब साधने के लिए आपको दिखा कुछ और रहे है और करते कुछ और है।।
क्या आपने मतलब के मुद्दे लोगो के ऊपर थोपने वाले सही है या सब की सर्वसम्मति से आगे बढ़ने वाले लोग रही है ??
में किसी पार्टी विशेष कि और आपको नहीं दखेल रहा हूं ना ही किसी पार्टी विशेष से दूर करने की कौशिश कर रहा हूं।।
बस इतनी सी कौशिश कर रहा हूं सरकार चुने । जरूर चुने लेकिन चुनने। सेपहले ये जान ले की सरकार कैसी चाहिए ।।
क्या आपकी उम्मीदों पर खरा उतर पाएगी।। और इरादे उनके नैक है। या नही।।
और सरकार से भी पहले आप उस व्यक्ति बारे में जान  ले जिसे आप वोट करने वाले है।। क्या वो आपके वोट के लायक है या नहीं।।।
क्योंकि हमारे देश बड़ा दुर्भाग्य रहा है। कि पहले मुगलों। ने लू टा, फिर गोरो ने लुटा, अब अपने ही देश के गद्दारों ने लुटा। चाहे चोरी करके भागने वाले हो या अपने कमिशन के लिए अनैतिक सौदे करने वाले नेता हो या पार्टी और चुनावी खर्च का इंतेजाम करने। केलिए गलत पॉलिसीज बनाने वाले देश। केजिम्मदार मुखिया हो।।
कहते है की हम रक्षक है और काम भक्षक वाले करते है।।।  तो
साथियों, वोट जरुर करे लेकिन सही आदमी को चुने। और अगर वो अपने मकसद से अलग जाने लगे तो उसके खिलाफ मोर्चा खोलने के लिए भी तैयार रहे क्योंकि बड़ी गलतफहमी में रहते है लोग की। एकबार जीत गए फिर किसकी क्या औकात की उनका कुछ बिगड़ लेंगे।।
प्रशासन उनके कहने  चलेगा, कानून के रखवाले भी उनके कहने मे चलेंगे ।।
लेकिन समूह में बड़ी ताकत होती है ।।
नियम कानून जब नेता लोग अपने फायदे के लिए उन्हें बदल सकते है तो जनता के फायदे। के लिए भी बदला जा सकता है ।।
बड़ी विडम्बना है इस देश में ।
लेकिन कोई हल नहीं है।।
तो जिम्मेदारी लेनी होगी आपको।।
बनना होगा खुद जिम्मेदार। ।।
बदलाव कोई और नहीं लेके आएगा।।
आपको खुद लाना होगा बदलाव।।
सामाजिक असमानता का मशला हो ।।
या रोजी रोटी के लिए रोजगार की चिंता ।।
मूलभूत सुविधाओं का मसला हो या
धर्म के नाम पर आपको बाट के खुद बिरयानी खाने वाले लोगो के नाटक हो।।
उस दिखावे से बचना है जो लोग अपने फायदे के लिए दिखाना चाहते है।।
और उस मनसा को समझे जो छुपी हुई है ।।
जो आप टीवी पर देखते है। वॉट्सएप और फेसबुक जैसे सोशल मीडिया पर देखते है।। ये सब प्रायोजित कार्यक्रम है।।
क्योंकि वो समय गुजर गया है जब लोग हथियारों से लड़ाई लड़ते थे ।।
अब सूचना क्रांति का युग है।। लोग आपका ब्रेनवाश करके आपको वो सब सोचते और करने पर मजबूत कर रहे है जैसा वो चाहते है ।।।
तो उठी , जागो, समझो, पहचानो ।।।
और सही दिशा में बढ़ो ।। अपनी ताकत को पहचानो ।।
और देश के जिम्मेदार नागरिक बनो।। देश निर्माण के भागीदार बनें ।।
जय हिन्द , जय भारत , जय जवान , जय किसान ।।